Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2021 · 1 min read

मेरी परछाई

****** मेरी परछाई *****
*********************

तुम ही मेरी परछाई हो,
बेशक हो गई पराई हो।

तुम ही तो मौज बहारां हो,
ख्यालों मे अब भी छाई हो।

तुम्हीं सागर सा किनारा हो,
मेरे मन की गहराई हो।

हर्षित सी होकर करो बसर,
चाहे मिली मुझे तन्हाई हो।

तुमने ही है गमगीन किया,
तुम्हीं गमों की दवाई हो।

जान से प्यारी मस्तानी हो,
सनम हमारी हरजाई हो।

मनसीरत की प्रीत निराली,
मिली उम्र भर रुसवाई हो।
*********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 391 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*ई-रिक्शा तो हो रही, नाहक ही बदनाम (छह दोहे)*
*ई-रिक्शा तो हो रही, नाहक ही बदनाम (छह दोहे)*
Ravi Prakash
बढ़ी हैं दूरियां दिल की भले हम पास बैठे हैं।
बढ़ी हैं दूरियां दिल की भले हम पास बैठे हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बाबा साहब एक महान पुरुष या भगवान
बाबा साहब एक महान पुरुष या भगवान
जय लगन कुमार हैप्पी
लम्हों की तितलियाँ
लम्हों की तितलियाँ
Karishma Shah
भारत भूमि में पग पग घूमे ।
भारत भूमि में पग पग घूमे ।
Buddha Prakash
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
gurudeenverma198
यारा  तुम  बिन गुजारा नही
यारा तुम बिन गुजारा नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कहानी घर-घर की
कहानी घर-घर की
Brijpal Singh
छाया हर्ष है _नया वर्ष है_नवराते भी आज से।
छाया हर्ष है _नया वर्ष है_नवराते भी आज से।
Rajesh vyas
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
सत्य कुमार प्रेमी
सब समझें पर्व का मर्म
सब समझें पर्व का मर्म
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
यादों का थैला लेकर चले है
यादों का थैला लेकर चले है
Harminder Kaur
मजदूर दिवस पर
मजदूर दिवस पर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
3090.*पूर्णिका*
3090.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर कभी ना माने
हर कभी ना माने
Dinesh Gupta
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
दोहा त्रयी . . . .
दोहा त्रयी . . . .
sushil sarna
कसूर किसका
कसूर किसका
Swami Ganganiya
हकीकत
हकीकत
अखिलेश 'अखिल'
सापटी
सापटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं।
बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं।
surenderpal vaidya
बेवफा मैं कहूँ कैसे उसको बता,
बेवफा मैं कहूँ कैसे उसको बता,
Arvind trivedi
■ सनातन विचार...
■ सनातन विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
हनुमान जयंती
हनुमान जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जीवन के बुझे हुए चिराग़...!!!
जीवन के बुझे हुए चिराग़...!!!
Jyoti Khari
"मानो या ना मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
बेरोजगारी मंहगायी की बातें सब दिन मैं ही  दुहराता हूँ,  फिरभ
बेरोजगारी मंहगायी की बातें सब दिन मैं ही दुहराता हूँ, फिरभ
DrLakshman Jha Parimal
दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद।
दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद।
Neelam Sharma
Loading...