मेरी नीर भरी नजरें
मेरी नीर भरी नजरे
जिसकी एक झलक को तरसती हैं
उसकी ख्वाब सजी आंखों की
चमक कोई और है
जिसके होंठो की मुस्कुराहट
मेरी दुआओं में बरसती है
उसके लबों पे
खुशकिस्मत नाम कोई और है
कंधो पे सर रख जिसके
सुकूं की नींद मिलती है
उन कंधो के सुकूं का
हकदार हुआ कोई और है
बाहों के घेरे में जिसके
मेरी सारी दुनिया बसती है
उनकी बाहों में जहां
उनका बना कोई और है
हाथों में हाथ थाम जिसके
साथ से जिंदगी चहकती है
उन हाथो में साथ वाला
अब हाथ कोई और है
जिसके कदमों से मिला कदम
मेरे ये जमीन चला करती है
सफर ए जिन्दगी में उनके साथ
अब चल पड़ा कोई और है
ख्वाबों की मेरे ये कहानी
लम्हा दर लम्हा बिखरती है
रह गया वो ख्वाबों में मेरे
उसकी हकीकत कोई और है
दिल और दिमाग की मेरे
जंग हर रोज हुआ करती है
समझाऊं कैसे मैं खुदको,
उसके दिल में बस गया कोई और है
कहते है बहुत नसीबवाले होते है वो
जिन्हे उनका प्यार मिल जाए
मेरे नसीब में वो नही क्योंकि
नसीब में उनके लिखा जा चुका कोई और है…