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31 Mar 2017 · 1 min read

मेरी नदियां

मेरा समंदर जब
सिमट जाता है खुद मे
तो कई नदियों को
अपने ही घर मे
तीर्थ खोजना पड़ता है
मेरे बेचैन ख्यालों को
उनका वाजिब हक़
अक्सर नहीं मिल पता है।
.
© सत्येंद्र कुमार

Language: Hindi
210 Views
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