Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2024 · 1 min read

मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,

मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,
यह हो नहीं सकता।
इस पागलपन का भी अलग ही मज़ा है,
किस ने कहा था कि one sided love सजा है।

1 Like · 74 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुकून ए दिल का वह मंज़र नहीं होने देते। जिसकी ख्वाहिश है, मयस्सर नहीं होने देते।।
सुकून ए दिल का वह मंज़र नहीं होने देते। जिसकी ख्वाहिश है, मयस्सर नहीं होने देते।।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
छोड़ भगौने को चमचा, चल देगा उस दिन ।
छोड़ भगौने को चमचा, चल देगा उस दिन ।
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
क्रेडिट कार्ड
क्रेडिट कार्ड
Sandeep Pande
कट्टर ईमानदार हूं
कट्टर ईमानदार हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
#नवगीत-
#नवगीत-
*Author प्रणय प्रभात*
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
Buddha Prakash
"You can still be the person you want to be, my love. Mistak
पूर्वार्थ
तौलकर बोलना औरों को
तौलकर बोलना औरों को
DrLakshman Jha Parimal
रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा
रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा
कवि दीपक बवेजा
* सामने आ गये *
* सामने आ गये *
surenderpal vaidya
अल्फाज़
अल्फाज़
Shweta Soni
@ranjeetkrshukla
@ranjeetkrshukla
Ranjeet Kumar Shukla
पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA
पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आदमी की गाथा
आदमी की गाथा
कृष्ण मलिक अम्बाला
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
Keshav kishor Kumar
कभी शांत कभी नटखट
कभी शांत कभी नटखट
Neelam Sharma
हम भी नहीं रहते
हम भी नहीं रहते
Dr fauzia Naseem shad
सुनो ये मौहब्बत हुई जब से तुमसे ।
सुनो ये मौहब्बत हुई जब से तुमसे ।
Phool gufran
24/247. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/247. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विधाता का लेख
विधाता का लेख
rubichetanshukla 781
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
Ram Krishan Rastogi
प्रेम अटूट है
प्रेम अटूट है
Dr. Kishan tandon kranti
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
अजीब है भारत के लोग,
अजीब है भारत के लोग,
जय लगन कुमार हैप्पी
प्रथम मिलन
प्रथम मिलन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*आत्मविश्वास*
*आत्मविश्वास*
Ritu Asooja
दुआ को असर चाहिए।
दुआ को असर चाहिए।
Taj Mohammad
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...