मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया गोरी – गोरी।
है अलबेली शहरी छोरी।।
जींस टाॅप संग हाई हील,
कंधों पर घुंघराले बाल।
अंग्रेजी में कविता बोलती,
मस्तानी है उसकी चाल।।
बाँधे मुझसे प्रीत की डोरी।
मेरी गुड़िया ……!!
हाथ एक मोबाइल रखती,
सुन्दर घड़ी कलाई सजती।
होठों पर लाली है लगाती,
पाउडर से है फेस सजाती।
सबसे छुपकर चोरी – चोरी।
मेरी गुड़िया …..!!
रचनाकार :- कंचन खन्ना, मुरादाबाद,
(उ०प्र०, भारत) ।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक :- ०८.०९.२०२०.