Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2019 · 1 min read

मेरा परिवार

मेरा प्यार
मेरा घर संसार

मेरी शक्ति
मेरी भक्ति

मेरे अपने
मेरे सपने

मेरी माता
मेरे पिता

मेरी सृष्टि
मेरी गृहस्थी

सब है बस
मेरा परिवार
जैसे
माँ का दरबार

स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
503 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
समय का खेल
समय का खेल
Adha Deshwal
इसरो के हर दक्ष का,
इसरो के हर दक्ष का,
Rashmi Sanjay
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Shashi kala vyas
*मैं और मेरी चाय*
*मैं और मेरी चाय*
sudhir kumar
ग़ज़ल _ आराधना करूं मैं या मैं करूं इबादत।
ग़ज़ल _ आराधना करूं मैं या मैं करूं इबादत।
Neelofar Khan
*नव संसद का सत्र, नया लाया उजियारा (कुंडलिया)*
*नव संसद का सत्र, नया लाया उजियारा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आशा
आशा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
हारता वो है
हारता वो है
नेताम आर सी
बन रहा भव्य मंदिर कौशल में राम लला भी आयेंगे।
बन रहा भव्य मंदिर कौशल में राम लला भी आयेंगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
डुगडुगी बजती रही ....
डुगडुगी बजती रही ....
sushil sarna
मौसम....
मौसम....
sushil yadav
2329. पूर्णिका
2329. पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*याद तुम्हारी*
*याद तुम्हारी*
Poonam Matia
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
अलग सी सोच है उनकी, अलग अंदाज है उनका।
अलग सी सोच है उनकी, अलग अंदाज है उनका।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मन की किताब
मन की किताब
Neeraj Agarwal
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
आ गया मौसम सुहाना
आ गया मौसम सुहाना
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
चुनौती हर हमको स्वीकार
चुनौती हर हमको स्वीकार
surenderpal vaidya
आस
आस
Shyam Sundar Subramanian
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
Sanjay ' शून्य'
🙅इस बार भी🙅
🙅इस बार भी🙅
*प्रणय प्रभात*
रिश्ता एक ज़िम्मेदारी
रिश्ता एक ज़िम्मेदारी
Dr fauzia Naseem shad
मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन
मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन
Shweta Soni
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
गिलहरी
गिलहरी
Kanchan Khanna
संकल्प
संकल्प
Davina Amar Thakral
मन मेरा गाँव गाँव न होना मुझे शहर
मन मेरा गाँव गाँव न होना मुझे शहर
Rekha Drolia
Loading...