मेंहदी
रंग मेंहदी के लिए,मेरे सब अरमान।
कुछ गहरे फीके रचे, कुछ के मिटे निशान।।
जो तुम हम से प्रेम प्रिय, करते नहीं कमाल।
हाथों की ये मेंहदी, होती फिर क्या लाल।।
-लक्ष्मी सिंह
रंग मेंहदी के लिए,मेरे सब अरमान।
कुछ गहरे फीके रचे, कुछ के मिटे निशान।।
जो तुम हम से प्रेम प्रिय, करते नहीं कमाल।
हाथों की ये मेंहदी, होती फिर क्या लाल।।
-लक्ष्मी सिंह