मैं हूं न ....@
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
हिन्दी दोहा-पत्नी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
'मौन अभिव्यक्ति'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है,
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
हम उस महफिल में भी खामोश बैठते हैं,
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
बदल जाओ या बदलना सीखो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आप आजाद हैं? कहीं आप जानवर तो नहीं हो गए, थोड़े पालतू थोड़े
*कण-कण में तुम बसे हुए हो, दशरथनंदन राम (गीत)*