मुस्तक़िल जीना यहाँ किसको मयस्सर है भला मुस्तक़िल जीना यहाँ किसको मयस्सर है भला इसलिए ज़ीस्त को हम ख़्वाब-नुमा कहते हैं ©️ मोनिका मंतशा