'मंतशा के मन से' इस पुस्तक में मंतशा के मन से उपजे प्रेम और विरह के कुछ गीत और ग़ज़लें हैं। भावनाओं को शब्दों में पिरोकर आपकी मंतशा यह सारे... Read more
‘मंतशा के मन से’ इस पुस्तक में मंतशा के मन से उपजे प्रेम और विरह के कुछ गीत और ग़ज़लें हैं। भावनाओं को शब्दों में पिरोकर आपकी मंतशा यह सारे गीत और ग़ज़ल आप सबके अमूल्य स्नेह व आशीर्वाद को समर्पित करती है।