मुसीबत के वक्त
मुसीबत के वक्त अपने याद आते हैं।
जो खो गये कहीं ,ख्वाबों में सताते हैं।
किसने दिया साथ,किसने छोड़ा हाथ
बेबस बैठे हम यही हिसाब लगाते हैं।
कुछ शख्स पर भर की मुलाकात में
दिल में कहीं गहरे में उतर जाते है।
दिलों का सौदा ,जिनसे हो जाता है
उनसे करके वफ़ा हम वफ़ा निभाते हैं।
ग़म न करो ग़र कोई छोड़ दें सरेराह
ऐसे लोग ही हमें नया सबक सिखाते है।
सुरिंदर कौर