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24 Sep 2021 · 1 min read

मुसीबतों मे ना कोई हमदम रह जाए?

ज़िंदगी के किसी मोड़ पे कौन कब साथ छोड़ जाए?
मुसीबतों मे ना कोई हमदम रह जाए?

तू अपने दमखम ही चलता जा,
की कोई तेरी उम्मीदों का साथ ना छोड़ पाए?
शायर©किशन कारीगर

Language: Hindi
Tag: शेर
157 Views
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