नजरों को बचा लो जख्मों को छिपा लो,
नजरों को बचा लो जख्मों को छिपा लो,
कब तक खुद को छिपाकर रख पाओगे,
चेहरा तो है पाँच पेज की खुली किताब,
किस किस को पढ़ने से रोक पाओगे..।
नजरों को बचा लो जख्मों को छिपा लो,
कब तक खुद को छिपाकर रख पाओगे,
चेहरा तो है पाँच पेज की खुली किताब,
किस किस को पढ़ने से रोक पाओगे..।