“”मुश्किल”‘
आज मैं किस
परिस्थित में खड़ा हूं
ये मेरी समझ
में नहीं आ रहा है
क्योंकि
किसी को
छोड़ना न
मेरे वश में है
और
उन्हें छोड़ना
मुझे बहुत ही
मुश्किल है
आज मैं किस
परिस्थित में खड़ा हूं
ये मेरी समझ
में नहीं आ रहा है
क्योंकि
किसी को
छोड़ना न
मेरे वश में है
और
उन्हें छोड़ना
मुझे बहुत ही
मुश्किल है