मुश्किलों का दौर है।
मुश्किलों का दौर है गुज़र जायेगा।
जब कुछ ना रहा तो यह भी कहां रह पायेगा।।
वक्त है अपने निशा छोड़ जायेगा।
ना करना गिला शिकवा हो सही सब जायेगा।।
✍✍ताज मोहम्मद✍✍
मुश्किलों का दौर है गुज़र जायेगा।
जब कुछ ना रहा तो यह भी कहां रह पायेगा।।
वक्त है अपने निशा छोड़ जायेगा।
ना करना गिला शिकवा हो सही सब जायेगा।।
✍✍ताज मोहम्मद✍✍