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4 Jan 2017 · 1 min read

मुक्तक

हकीकत जानकार भी क्यों अंजान हैं सब,
जीत गए हैं बाज़ी फ़िर क्यों परेशान है सब,
न मिलेगा ये जहाँ यूँ दुबारा किसी को –
ये सब जानकर भी भला क्यों बेमान है सब

——– ————– बृजपाल सिंह !!

Language: Hindi
2 Likes · 501 Views
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