Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2017 · 1 min read

मुक्तक

मेरे ख्यालों में सिर्फ तेरी यादें हैं!
जिगर में गूँजती दर्द की फरियादें हैं!
खोया सा रहता हूँ तेरे इरादों में,
दिल की तस्वीर में टूटती मुरादें हैं!

मुक्तककार -#मिथिलेश_राय

Language: Hindi
234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*उसके यहाँ भी देर क्या, साहिब अंधेर है (मुक्तक)*
*उसके यहाँ भी देर क्या, साहिब अंधेर है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
ज़रूरी तो नहीं
ज़रूरी तो नहीं
Surinder blackpen
जिंदगी मुझसे हिसाब मांगती है ,
जिंदगी मुझसे हिसाब मांगती है ,
Shyam Sundar Subramanian
गुलदानों में आजकल,
गुलदानों में आजकल,
sushil sarna
"सन्त रविदास जयन्ती" 24/02/2024 पर विशेष ...
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
पूर्वार्थ
"सुकून"
Dr. Kishan tandon kranti
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
Rj Anand Prajapati
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Pyasa ke dohe (vishwas)
Pyasa ke dohe (vishwas)
Vijay kumar Pandey
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सपनों का राजकुमार
सपनों का राजकुमार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
Srishty Bansal
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
'महंगाई की मार'
'महंगाई की मार'
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
तुम नहीं बदले___
तुम नहीं बदले___
Rajesh vyas
💐अज्ञात के प्रति-148💐
💐अज्ञात के प्रति-148💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
2477.पूर्णिका
2477.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सफलता तीन चीजे मांगती है :
सफलता तीन चीजे मांगती है :
GOVIND UIKEY
अलाव की गर्माहट
अलाव की गर्माहट
Arvina
#लघुकथा / #विरक्त
#लघुकथा / #विरक्त
*Author प्रणय प्रभात*
फ़ितरत-ए-साँप
फ़ितरत-ए-साँप
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
Kanchan Khanna
कहो जय भीम
कहो जय भीम
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
"Hope is the spark that ignites the fire of possibility, and
Manisha Manjari
हिन्दी दोहे- सलाह
हिन्दी दोहे- सलाह
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...