मुक्तक
सदाचरण हों बस जीवन में, उनका यश होता है अतिशय,
आप बताएं दीपक बोले, पर प्रकाश है उसका परिचय |
चरैवेति जिनका है चिन्तन, मन्जिल सदा चरण चूमेगी,
सदा भलाई आप करेंगे, काम करें बस हो कर निर्भय |
डा० हरिमोहन गुप्त