“मीलों में नहीं”
“मीलों में नहीं”
जंग मीलों में नहीं
बित्तों में जीती जाती है,
ये सारी दुनिया भी
बाँहों में कहाँ समाती है?
हार कर भी
जो लोग मुस्कुरा देते हैं,
वो ही जीत कर
दुनिया को दिखा देते हैं।
“मीलों में नहीं”
जंग मीलों में नहीं
बित्तों में जीती जाती है,
ये सारी दुनिया भी
बाँहों में कहाँ समाती है?
हार कर भी
जो लोग मुस्कुरा देते हैं,
वो ही जीत कर
दुनिया को दिखा देते हैं।