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21 May 2022 · 1 min read

मिस्टर चंदा (बाल कविता)

मिस्टर चंदा (बाल कविता)
**********************************
नए जमाने के हम बच्चे
चंदा तक जाते हैं
उपग्रह में हम बैठ
चांद को छू- छूकर आते हैं

हमें पता है चांद
दूर से ही गोरा कहलाता
मगर पास से बदसूरत ही
यह दिखने में आता

नहीं भांजे हम ,तुम मामा
छोड़ो रिश्ते- नाते
यह बतलाओ मिस्टर चंदा
क्या पीते तुम खाते
————————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451

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