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29 Apr 2024 · 1 min read

दिन गुजर जाता है ये रात ठहर जाती है

दिन गुजर जाता है ये रात ठहर जाती है
याद आकर तुम्हारी बहुत कहर ढ़ाती है
न दिल समझ पाता है न हम सम्भल पाते है
तेरी तस्वीर खयालों में आती है और जाती है

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