मिलकर जाने पीर पराई
मिलकर जाने पीर पराई, आओ करें मिल साफ सफाई
तन मन की जीवन धन की, गांव शहर घर आंगन की
सत्य अहिंसा गांधी दर्शन, अपने दिल में कर ले धारण
मिलकर जानें पीर पराई,आओ करें मिल साफ सफाई
धर्म बना अब धंधा है, धर्म आचरण मंदा है
जाति धर्म पर मानव हत्याएं, क्या दौर नहीं ये गंदा है
मारा जाने बाला मानव, क्या नहीं खुदा का बंदा है
जाने मिलकर ये गहराई, मिलकर जानें पीर पराई
आओ करें सब साफ सफाई
एक तरफ सारा वैभव है, एक तरफ भूखा इंसान
एक तरफ हथियार भरे हैं, कैसे बचे निहत्थी जान
मानवता बेजान हो रही, सत्य अहिंसा को पहचान
अपने अंतस की करें सफाई, सब मिल जानें पीर पराई
भूख अशिक्षा और गरीबी, मानस के बन गए करीबी
कैसे छूटे मन की जड़ता, आओ प्रयास करें सब भाई
कर लें मन की साफ सफाई, आओ जाने पीर पराई
ईश्वर अल्लाह गुरु गॉड, क्या अलग-अलग भगवान हैं
अपने अंतरपट खोल जरा, यह तो उसके ही नाम है
दिल के दरवाजे खोल जरा, हम सब तो बस इंसान हैं
औरअपने जेहन की करें सफाई, मिलकर जाने पीर पराई
जब भी ईश्वर और अल्लाह का, दिल में ध्यान लगाना
मानव मूल्यों का प्रभाव, तुम स्वयं पर ही आजमाना
कितने निर्मल हुए, आत्म सत्ता को तुम बतलाना
अपने अंतस के उजले पल को, कभी नहीं झूठ लाना
मनोविकारों की करें सफाई, मिलकर जाने पीर पराई