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25 Oct 2024 · 1 min read

मार्केटिंग

इस युग का एक सत्य है

मार्केटिंग बहुत बड़ा तथ्य है

मातृत्व से तुम्हे नफरत हो

फिर भी उसके गुणगान गाकर

चाहो तो विश्व सुंदरी का ख़िताब पा सकते हो

जीवन मूल्य कच्चे हों

परन्तु धड़ल्लेदार अंग्रेजी के बल पर

बड़े से बड़ा पद पा सकते हो

कभी जीवन मूल्यों के प्रश्न उठाकर

तो कभी गरीब देशों को लड़वा कर

अपनी बात मनवा सकते हो

यहां बेचना

और सिर्फ बेचना है मेरे भाई

तुम्हारी कंपनी का माल कच्चा है

तो क्या यहाँ सिर्फ रुपया सच्चा है

अपने माल की खूब तारीफ करो

भोले भाले लोगों को खरीदने के लिए मजबूर करो

फिर भले ही

खेलना पड़े उनकी भावनाओं से

उनकी मासूम आँखों में

भरना पड़े भले ही शक का जहर

सफल माने जाओगे मेरे भाई

यदि बेच सके तुम स्वयं को

किसी भी कारीगरी से

लेकिन यह बेचना किसको है

एक इंसान को दूसरे इंसान को

एक देश को दूसरे देश को

धोखे की सीमा बस इतनी है

फिर इंसान क्यों भरता है दम

स्वयं को स्वयं से उठाने का

जीवन से बड़ा

कुछ पा सकने की चाह का !

शशि महाजन – लेखिका

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