“मानसून से पहले ताऊते”
मानसून से पहले,
ताऊते ने दस्तक दी,
पश्चिमी घाट के छोर से,
भारत में टकराया,
निम्न दाब का चक्रवात,
अरब सागर से उठ कर आया,
एक चक्रवात,
पूरे भारत का मौसम बदल गया,
एक लड़ाई पहले से जारी है(कोरोना)
दूसरी ओर से आक्रमण हो गया,
महाराष्ट्र,गुजरात पहले ही संकट से जूझ रहे थे,
एक नया संकट,
पूरी तैयारी करके आ गया,
किसान,गरीब,मजदूर
पहले ही भुगतान कर चुके,
मरने वालों के शोक संतप्त,
फिर से मरणासन्न छोड़ गया,
घर,खाने के बर्तन सब तोड़ गया,
और भी खतरो पर खतरे आयेंगे,
एक निवेदन है सरकारों से,
संसाधनों का जोड़ लगाओ,
अपदाओ का तोड़ बनाओ।।
@निल(सागर मध्य प्रदेश)