मानवता फूले इस जग में, लड़े ना भाई भाई
मां जन जन के, मन में बस जाओ
चंड मुंड संघारे जैंसे, हिंसा द्वेष मिटाओ
सभी ओर हो शांति धरा पर, आशीष हमें दे जाओ
प्रेम प्रीत बरसे जग में, मां कहीं न छिड़े लड़ाई
सभी प्रेम से रहें धरा पर, सब मतभेद भुलाई
जाति रंग धर्म सब मुद्दे, माता देओ भुलाई
मानवता फूले इस जग में, लड़े ना भाई भाई
सत्य प्रेम करुणा की मां, ऐसी ज्योति जलाओ
अंतस का तम मिट जाए, ज्ञान प्रकाश फैलाओ
जय माता दी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी