माता रानी स्तुति
लाखों भक्त निराले हे मां,
क ई नाम मतवाले तेरे।
करती हो सदा कल्याण,
हर लेती हो संकट मेरे ।।
उर में सदा विराजो माता,
सबकी सुनती हो जगदंबे।
कष्ट औरपीड़ा हरौ,
सकल सुख देती हो अंबे ।।
जन-जन हे तेरे दरश का प्यासा।
करना मैया सबकी उर कि पूरी आशा।।
तेरे भक्त सकल तुझे ही ध्यायं।
आकर तेरे चरणों में,
भक्त शीश झुकायं ।।
सुषमा सिंह *उर्मि,,