माता के जयकारे
जगमग दीपक चमके द्वारे ।।
माता के गूँजे जयकारे।।
जय जगदम्बे अम्बे काली।
ऊँचे पर्वत- महलों वाली।।
श्रद्धा के फूलों से भरकर ।
लाया हूँ पूजा की थाली ।।
माता के दर पर भीड़ लगी ।
पांडाल सजे सबसे न्यारे ।।
माता की सुंदर पैजनिया।
रेशम की झिलमिल चूनरिया।।
कानों में कुंडल दमक रहे ।
कर में माँ ने त्रिशूल लिया ।।
माता का सिंह दहाड़ा तो ।
थर-थर काँपे दानव सारे ।।
सभी को नवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ,,?
जगदीश शर्मा