Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2023 · 1 min read

“माटी से मित्रता”

“माटी से मित्रता”

मेरा बचपन जिस गली की धूल-माटी में खेला
भुला नहीं पाऊंगा उसे किसी बुलंदियों की छाँव में,
जिन्दगी की शाम जहाँ भी हो मेरी
पार्थिव काया को दफ़्न कर देना मेरे गाँव में…।

– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति

6 Likes · 4 Comments · 229 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
ज़िंदगी में छोटी-छोटी खुशियाॅं
ज़िंदगी में छोटी-छोटी खुशियाॅं
Ajit Kumar "Karn"
जय श्री गणेशा
जय श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अंगड़ाई
अंगड़ाई
भरत कुमार सोलंकी
..
..
*प्रणय*
ग़ज़ल (चलो आ गयी हूँ मैं तुम को मनाने)
ग़ज़ल (चलो आ गयी हूँ मैं तुम को मनाने)
डॉक्टर रागिनी
इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
Phool gufran
*दशहरे पर मछली देखने की परंपरा*
*दशहरे पर मछली देखने की परंपरा*
Ravi Prakash
मैं अलग हूँ
मैं अलग हूँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
पश्चातापों की वेदी पर
पश्चातापों की वेदी पर
Suryakant Dwivedi
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
है अजब सा माहौल शहर का इस तपिश में,
है अजब सा माहौल शहर का इस तपिश में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
काव्य का राज़
काव्य का राज़
Mangilal 713
कनि कहियौ ने श्रीमान..!
कनि कहियौ ने श्रीमान..!
मनोज कर्ण
!! युवा !!
!! युवा !!
Akash Yadav
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
Ankita Patel
"चाहत का आसमान"
Dr. Kishan tandon kranti
जान लो पहचान लो
जान लो पहचान लो
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
*आत्मविश्वास*
*आत्मविश्वास*
Ritu Asooja
कर्महीनता
कर्महीनता
Dr.Pratibha Prakash
हम अपना जीवन अधिकतम बुद्धिमत्ता के साथ जीना चाहते हैं, इसका
हम अपना जीवन अधिकतम बुद्धिमत्ता के साथ जीना चाहते हैं, इसका
Ravikesh Jha
हम हंसना भूल गए हैं (कविता)
हम हंसना भूल गए हैं (कविता)
Indu Singh
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
gurudeenverma198
बदलियां
बदलियां
surenderpal vaidya
आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है,
आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है,
Niharika Verma
एक कुंडलिया
एक कुंडलिया
SHAMA PARVEEN
**** बातें दिल की ****
**** बातें दिल की ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
VN138 là trang cá cược chính thức của VN138  liên kết với nh
VN138 là trang cá cược chính thức của VN138 liên kết với nh
Vn138
Loading...