Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2019 · 1 min read

माटी के सपूत

हे माटी के सपूत! तुम्हें शत-शत नमन,
बंजर पड़ी धरा भी तुम बना देते चमन।
बाजुओं में जमाने की ताक़त है तुम्हारे ।
तुम पर ही आश्रित हैं शहर-गांव हमारे ।
शहरी चकाचौंध हो या हों गांव गलियारे ।
हे धरतीपुत्र ! हैं सब मात्र तुम्हारे सहारे।
कसरत से तुम्हारी “मयंक” मात्र ही नहीं,
चमकते हैं दुनिया में असंख्य चाँद-सितारे ।
✍ के. आर. परमाल “मयंक”

Language: Hindi
3 Likes · 674 Views

You may also like these posts

होती है
होती है
©️ दामिनी नारायण सिंह
प्वाइंट
प्वाइंट
श्याम सांवरा
*अपनेपन से भर सको, जीवन के कुछ रंग (कुंडलिया)*
*अपनेपन से भर सको, जीवन के कुछ रंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पानी  के छींटें में भी  दम बहुत है
पानी के छींटें में भी दम बहुत है
Paras Nath Jha
घटा उमड़ आई
घटा उमड़ आई
C S Santoshi
" कृष्ण-कमल  की महिमा "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सच तो हमेशा शांत रहता है
सच तो हमेशा शांत रहता है
Nitin Kulkarni
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
बूंद अश्रु मेरे.....
बूंद अश्रु मेरे.....
पं अंजू पांडेय अश्रु
अपने हर
अपने हर
Dr fauzia Naseem shad
किसी के दुःख को अपनें भीतर भरना फिर एक
किसी के दुःख को अपनें भीतर भरना फिर एक
Sonam Puneet Dubey
चांद दिलकश चेहरा छुपाने लगा है
चांद दिलकश चेहरा छुपाने लगा है
नूरफातिमा खातून नूरी
"सर्वाधिक खुशहाल देश"
Dr. Kishan tandon kranti
ये नफरत बुरी है ,न पालो इसे,
ये नफरत बुरी है ,न पालो इसे,
Ranjeet kumar patre
बहुत याद आता है
बहुत याद आता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
लो फिर नया साल आ गया...
लो फिर नया साल आ गया...
Jyoti Roshni
.
.
*प्रणय*
राम प्यारे हनुमान रे।
राम प्यारे हनुमान रे।
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
बांध रखा हूं खुद को,
बांध रखा हूं खुद को,
Shubham Pandey (S P)
बुझा दीपक जलाया जा रहा है
बुझा दीपक जलाया जा रहा है
कृष्णकांत गुर्जर
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हर किसी का एक मुकाम होता है,
हर किसी का एक मुकाम होता है,
Buddha Prakash
ਸ਼ਿਕਵੇ ਉਹ ਵੀ ਕਰਦਾ ਰਿਹਾ
ਸ਼ਿਕਵੇ ਉਹ ਵੀ ਕਰਦਾ ਰਿਹਾ
Surinder blackpen
मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है
मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है
VINOD CHAUHAN
जो लोग कर्म पर ध्यान न देकर केवल मुंगेरी लाल के हसीन सपने दे
जो लोग कर्म पर ध्यान न देकर केवल मुंगेरी लाल के हसीन सपने दे
Rj Anand Prajapati
* भावना में *
* भावना में *
surenderpal vaidya
अहसास प्यार का।
अहसास प्यार का।
Rekha khichi
हिन्दी सूरज नील गगन का
हिन्दी सूरज नील गगन का
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Fitoor
Fitoor
A A R U
Loading...