Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2021 · 1 min read

माटी का धड़

वक्त गया जो लौट न फिर वो आएगा
माटी का धड़ माटी में मिल जायेगा
वक्त रहे तू खुद को बंदे जान भी ले
वरना फिर बैठा पीछे पछतायेगा

© डॉ० प्रतिभा ‘माही’ पंचकूला

Language: Hindi
2 Likes · 416 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Pratibha Mahi
View all
You may also like:
चन्द्रयान 3
चन्द्रयान 3
Neha
कैनवास
कैनवास
Mamta Rani
मैं तुमसे दुर नहीं हूँ जानम,
मैं तुमसे दुर नहीं हूँ जानम,
Dr. Man Mohan Krishna
परिंदा हूं आसमां का
परिंदा हूं आसमां का
Praveen Sain
फनकार
फनकार
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
नहीं बदलते
नहीं बदलते
Sanjay ' शून्य'
परिपक्वता
परिपक्वता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दर्स ए वफ़ा आपसे निभाते चले गए,
दर्स ए वफ़ा आपसे निभाते चले गए,
ज़ैद बलियावी
मेनका की मी टू
मेनका की मी टू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गर्म हवाएं चल रही, सूरज उगले आग।।
गर्म हवाएं चल रही, सूरज उगले आग।।
Manoj Mahato
बस्ता
बस्ता
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
!............!
!............!
शेखर सिंह
नजरिया
नजरिया
नेताम आर सी
from under tony's bed - I think she must be traveling
from under tony's bed - I think she must be traveling
Desert fellow Rakesh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
जाति  धर्म  के नाम  पर, चुनने होगे  शूल ।
जाति धर्म के नाम पर, चुनने होगे शूल ।
sushil sarna
कब तक कौन रहेगा साथी
कब तक कौन रहेगा साथी
Ramswaroop Dinkar
भूख-प्यास कहती मुझे,
भूख-प्यास कहती मुझे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
डॉ अरुण कुमार शास्त्री 👌💐👌
डॉ अरुण कुमार शास्त्री 👌💐👌
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद।
दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद।
Neelam Sharma
जब काँटों में फूल उगा देखा
जब काँटों में फूल उगा देखा
VINOD CHAUHAN
फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु
फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
यादें
यादें
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कैसे देख पाओगे
कैसे देख पाओगे
ओंकार मिश्र
(15)
(15) " वित्तं शरणं " भज ले भैया !
Kishore Nigam
*नए दौर में पत्नी बोली, बनें फ्लैट सुखधाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
*नए दौर में पत्नी बोली, बनें फ्लैट सुखधाम【हिंदी गजल/ गीतिका】
Ravi Prakash
*लव यू ज़िंदगी*
*लव यू ज़िंदगी*
sudhir kumar
भाषाओं का ज्ञान भले ही न हो,
भाषाओं का ज्ञान भले ही न हो,
Vishal babu (vishu)
किये वादे सभी टूटे नज़र कैसे मिलाऊँ मैं
किये वादे सभी टूटे नज़र कैसे मिलाऊँ मैं
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन मे
जीवन मे
Dr fauzia Naseem shad
Loading...