"हृदय में कुछ ऐसे अप्रकाशित गम भी रखिए वक़्त-बेवक्त जिन्हें आ
चोट शब्दों की ना सही जाए
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"रामनवमी पर्व 2023"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
सीने का समंदर, अब क्या बताऊ तुम्हें
चश्मे
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बहुत आसान है भीड़ देख कर कौरवों के तरफ खड़े हो जाना,
कहानियां ख़त्म नहीं होंगी
कल मालूम हुआ हमें हमारी उम्र का,
💐प्रेम कौतुक-491💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
" मुझमें फिर से बहार न आयेगी "
*पुण्य कमाए तब मिले, पावन पिता महान (कुंडलिया)*