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27 Aug 2023 · 1 min read

पंचचामर मुक्तक

पंचचामर मुक्तक
1212 1212,1212 1212
प्रणय पराग लीन श्याम राधिका विहारते।
कलोल मोद प्रीति से मनोज को पुकारते।
समीर चूमती घटा प्रसंग गीत गा रही,
सुधा लिए सु-चंद्र की,विभावरी सँवारते।
नीलम शर्मा ✍️

1 Like · 1 Comment · 87 Views
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