** माटिर मानुष **
सादगी से एक बीज तुम बो कर तो देखो
बिना लोभ के कभी मिट्टी के हो कर तो देखो।।
बड़ा सुकूं मिलेगा तुमको देखना इस बार
अपने मकसद को कामयाब की दहलीज में,
ला कर तो देखो।।।।।
शीर्षक का अर्थ:— मिट्टी का द्वितीय स्वरूप मनुष्य है।
सादगी से एक बीज तुम बो कर तो देखो
बिना लोभ के कभी मिट्टी के हो कर तो देखो।।
बड़ा सुकूं मिलेगा तुमको देखना इस बार
अपने मकसद को कामयाब की दहलीज में,
ला कर तो देखो।।।।।
शीर्षक का अर्थ:— मिट्टी का द्वितीय स्वरूप मनुष्य है।