# मां …
# मां …
मां दिवस पर
क्या लिखूं मैं
मां के बारे में …!
मां तो है ,
तो है सब कुछ …
मां नहीं तो
ये जीवन झूठ …
मां के जैसी ,
यहां कोई नहीं …
मां की कोई
उपमा नहीं ,
इस दुनिया सारे में …!
मां दिवस पर ,
क्या लिखूं मैं
मां के बारे में …!
चिन्ता नेताम ” मन ”
डोंगरगांव ( छत्तीसगढ़ )