★मां ★
मां मुझे बचपन की याद अक्सर दिलाया करती है। मेरी कहानी मेरा किरदार बताया करती है। चलूं मैं राह ईमानदारी की यही जताया करती है। होली हो दिवाली हो घर बुलाया करती है। अपने हाथों से मेरे लिए पकवान बनाया करती है। और बचपन बालक मां यह अटूट रिश्ता है। मां किरदारों का अकेला फरिश्ता है। इसलिए कमल मां बचपन की याद दिलाया करती है। तेरी कहानी तेरा किरदार बताया करती है।
★IPS KAMAL THAKUR★