मां के जाने के बाद पिता बदल रहे हैं
जिनकी बातें थी रौबदार
जिनको खाना पसंद चटकदार
अब वह सादा खाना खाकर भी
खुश रहना सीख रहे हैं
माँ के जाने के बाद पिता बदल रहे हैं।
किसी कार्यक्रम में अगर जाते
दब दब उजला कुर्ता पजामा पहनते
मुंह में पान दबाते इत्र लगाते
आज बिना इस्त्री कपड़ा पहनना सीख रहे हैं
माँ के जाने के बाद पिता बदल रहे हैं।
मां के बिना जो एक पल नहीं रहते
अकेलापन जो कभी पसंद नहीं करते
पूरे परिवार को एक सूत्र में पिरोते
अब अकेले रहना सीख रहे हैं
माँ के जाने के बात पिता बदल रहे हैं।
जो बच्चों की सारी जरूरतें पूरी करते
बूढ़ी आंखों में कई ख्वाब सजाते
बेटे बहू के अर्थशास्त्र को समझते
अपने ऊपर खर्च के हिसाब जोड़ रहे हैं
माँ के जाने के बाद पिता बदल रहे हैं।
पिता तो आखिर पिता है
खुशियां खोज ही लेते हैं
पोते पोतियो का अपनत्व पा रहे हैं
उनकी उंगली पकड़ जीना सीख रहे हैं
माँ के जाने के बाद पिता बदल रहे हैं।
__चारूमित्रा