मांँ
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१)
जिसे माँ की दुआएँ मिल गई हैं।
उसे रब की सदाएँ मिल गई हैं।
२)
ख़ुशी ने ख़ुद लिखा मेरा मुकद्दर
मुझे जन्नत की राहें मिल गई हैं।
३)
हरिक तकलीफ़ में माँ साथ देती
मुझे ठंडी हवाएँ मिल गई हैं।
४)
नहीं शिकवा हमें अब ज़िन्दगी से
हमें खुशियों की थाहें मिल गई हैं।
५)
परिंदे सी उड़े आज़ाद ‘नीलम’
उसे अंबर की राहें मिल गई हैं।
नीलम शर्मा ✍️