Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Nov 2018 · 1 min read

माँ

माँ के उदर से अमृत बरसे, उन से उत्तम व्यवहार करो।
चरणों में उनके शीश धरो, तुम सत्य हृदय से प्यार करो॥

तुम पुष्प मनोहर उपवन के, महकाओ जगत प्रयास रहे।
जिस माँ ने जन्म-दुलार दिया, उस ममता में विश्वास रहे।
पग-पग पर जिसने स्नेह दिया,उस माँ पर नहीं प्रहार करो-
चरणों में उनके शीश धरों, तुम सत्य हृदय से प्यार करो॥

गौरवांवित माँ के गर्भ गृह, से होकर गुजरा शरीर तेरा।
जो मुग्ध वधू बन आई थी, तेरे कारण गंभीर जरा।
सौन्दर्यमयी पुष्पित आंचल, अब उसका तुम विस्तार करो-
चरणों में उनके शीश धरो, तुम सत्य हृदय से प्यार करो॥

उत्थान तुम्हारा होगा तब, जब नैतिकता का पाठ पढ़ो।
छलके न नैन से नीड़ कभी, शुभ सहज बताये राह बढ़ो।
यह शाश्वत है माँ की ममता, इसका मत उपसंहार करो-
चरणों में उनके शीश धरो, तुम सत्य हृदय से प्यार करो॥

राजन राज्य कुसुमित रहेगा, जड़ चेतन सब फले श्रेष्ठ हो।
अस्तित्व नवल मिला जो तुम्हें, सर्व जीव जंतु में श्रेष्ठ हो।
कंचन कनक हृदय जिस माँ की, घृणित न दुर्रव्यवहार करो-
चरणों में उनके शीश धरो, तुम सत्य हृदय से प्यार करो॥

कोमल हृदय है आँचल बड़ी, हे! माँ तुम बेरापार करो।
चरणों में उनके शीश धरो, तुम सत्य हृदय से प्यार करो॥

©-राजन-सिंह

7909047487

Language: Hindi
2 Likes · 5 Comments · 263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
if you love me you will get love for sure.
if you love me you will get love for sure.
पूर्वार्थ
ज़िंदगी के मर्म
ज़िंदगी के मर्म
Shyam Sundar Subramanian
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
Keshav kishor Kumar
एक ख़्वाहिश
एक ख़्वाहिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तहरीर
तहरीर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जो ना होना था
जो ना होना था
shabina. Naaz
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
Dr Archana Gupta
ये आँखों से बहते अश्क़
ये आँखों से बहते अश्क़
'अशांत' शेखर
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
VINOD CHAUHAN
दिल  धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
*
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
"परिवार एक सुखद यात्रा"
Ekta chitrangini
सिर्फ औरतों के लिए
सिर्फ औरतों के लिए
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
कुंवारों का तो ठीक है
कुंवारों का तो ठीक है
शेखर सिंह
*पीछे-पीछे मौत, जिंदगी आगे-आगे (कुंडलिया)*
*पीछे-पीछे मौत, जिंदगी आगे-आगे (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
2550.पूर्णिका
2550.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पैसा
पैसा
Sanjay ' शून्य'
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
कवि दीपक बवेजा
अपना-अपना
अपना-अपना "टेलिस्कोप" निकाल कर बैठ जाएं। वर्ष 2047 के गृह-नक
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी हमने जी कब,
जिंदगी हमने जी कब,
Umender kumar
न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का।
न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मणिपुर की घटना ने शर्मसार कर दी सारी यादें
मणिपुर की घटना ने शर्मसार कर दी सारी यादें
Vicky Purohit
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
प्रयास
प्रयास
Dr fauzia Naseem shad
Touch the Earth,
Touch the Earth,
Dhriti Mishra
एकाकीपन
एकाकीपन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
आब त रावणक राज्य अछि  सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
आब त रावणक राज्य अछि सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
DrLakshman Jha Parimal
🙏🙏सुप्रभात जय माता दी 🙏🙏
🙏🙏सुप्रभात जय माता दी 🙏🙏
Er.Navaneet R Shandily
Loading...