माँ की भावना
माँ की भावना _
बिटिया रानी, तुममें बसी पूरी जिंदगानी|
लाडली माँ ने कहा अगर गुस्से में कुछ,
तो मत करना अनसुनी|
क्योंकि माँ के द्वारा दुनिया है.
जानी सुनी|
वह तुम्हें दबाना नहीं चाहती,
बस समझाना चाहती है,
हमारे लिए ये दुनियाँ है,
कैसी बनी|
हृदय की स्पंदन हो तुम हमारी,
हमको बहुत अजीज हो,
हो अति प्यारी,
पर संस्कृति का जो गुण है
लाडो, तुम्हे उसको वहन करना होगा|
बहुत ही मजबूती के साथ
तुम्हें अपना जीवन जीना होगा|
तुमसे है उम्मीद लाडली
उत्थान करोगी तुम,उसका,
जिसे कहते हैं सब भारतीय
रीति पुरानी|
उसी रीति से भारत को विभूषित
करेगी मेरीगुड़िया रानी|
आज की माँ की यही है मन्नत,
बेटी को वैचारिक मिले उन्नति,
हृदय भावमय दुआ समर्पित
उन्नत क्रिया कलापों से,
जियो तुम जिंदगानी|
प्यारी बिटिया रानी|
डा पूनम श्रीवास्तव वाणी