Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Dec 2020 · 1 min read

माँ की छांव

मिली छांव माँ की भुलाना नहीं है
झूठी भक्ति उसकी दिखानी नहीं है

चली आ रही शक्ति नवरात्रि में जब
जला ज्योति को अब मनाही नहीं है

करे वंदना उसी दुर्गे की सदा जो
मनोकामना पूर्ण ढिलाई नहीं है

चले जो गलत राह कोई हमेशा
उसी की चंडी से जुदाई नहीं है

कपट, छल पले मन किसी के कभी तो
मृत्यु के बाद कोई गवाही नहीं है

सताया दुखी को धरा पर किसी को
कभी द्वार मां से सिधाई नहीं है

चली मां दुखी सब जनों के हरन दुख
दया के बिना अब कमाई नहीं है

भवानी दिवस नौ मनाओ खुशी से
बिना साधना के रिहाई नहीं है

Language: Hindi
74 Likes · 4 Comments · 380 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
मेरे दिल ओ जां में समाते जाते
मेरे दिल ओ जां में समाते जाते
Monika Arora
अकेला खुदको पाता हूँ.
अकेला खुदको पाता हूँ.
Naushaba Suriya
तुम जा चुकी
तुम जा चुकी
Kunal Kanth
फ़र्क
फ़र्क
Dr. Pradeep Kumar Sharma
♥️ दिल की गलियाँ इतनी तंग हो चुकी है की इसमे कोई ख्वाइशों के
♥️ दिल की गलियाँ इतनी तंग हो चुकी है की इसमे कोई ख्वाइशों के
Ashwini sharma
*हे तात*
*हे तात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"एकता का पाठ"
Dr. Kishan tandon kranti
राम राम सिया राम
राम राम सिया राम
नेताम आर सी
"किस्सा मशहूर है जमाने में मेरा"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
"व्यर्थ सलाह "
Yogendra Chaturwedi
कभी कहा न किसी से तिरे फ़साने को
कभी कहा न किसी से तिरे फ़साने को
Rituraj shivem verma
दिवाली
दिवाली
नूरफातिमा खातून नूरी
3380⚘ *पूर्णिका* ⚘
3380⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
गाँधी हमेशा जिंदा है
गाँधी हमेशा जिंदा है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*एक शेर*
*एक शेर*
Ravi Prakash
मुझे अब भी घर लौटने की चाहत नहीं है साकी,
मुझे अब भी घर लौटने की चाहत नहीं है साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*प्यार या एहसान*
*प्यार या एहसान*
Harminder Kaur
*चाटुकार*
*चाटुकार*
Dushyant Kumar
दिनचर्या
दिनचर्या
Santosh kumar Miri
मजबूरियों से ज़िन्दा रहा,शौक में मारा गया
मजबूरियों से ज़िन्दा रहा,शौक में मारा गया
पूर्वार्थ
नारी तेरी महिमा न्यारी। लेखक राठौड़ श्रावण उटनुर आदिलाबाद
नारी तेरी महिमा न्यारी। लेखक राठौड़ श्रावण उटनुर आदिलाबाद
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
gurudeenverma198
हमारी मंजिल को एक अच्छा सा ख्वाब देंगे हम!
हमारी मंजिल को एक अच्छा सा ख्वाब देंगे हम!
Diwakar Mahto
प्रेम के रंग कमाल
प्रेम के रंग कमाल
Mamta Singh Devaa
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
Shweta Soni
खालीपन
खालीपन
करन ''केसरा''
हमनवा
हमनवा
Bodhisatva kastooriya
मानव जीवन की बन यह पहचान
मानव जीवन की बन यह पहचान
भरत कुमार सोलंकी
★किसान ★
★किसान ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...