माँ का दूध लजाते क्यो
क्यो जकड़े तुम लाचारी मे
माँ का दूध लजाते क्यो|
चैन से सोते अपने घरो मे
खुशी के दीप जलाते क्यो||
खुशी खुशी सब खुशी मे डूबे
मस्ती मौज मनाते क्यो|
जिन वीरो ने जॉन गवादी
उनको दिल से भुलाते क्यो||
क्यो जकडे तुम लचारी मे
माँ का दूध लजाते क्यो|
उनके घरो मे आँसू बिखरे
प्यार के दीप जलाते क्यो||
पाक की हर पाखंड़ी को तुम
तन तन मे है भुलाते क्यो|
जाग जगो अब उसे जला दो
प्यार से सबक सिखाते क्यो||
क्यो जकड़े तुम लचारी मे
माँ का दूध लजाते क्यो|
नीच पाक है महा दोगला
चैन से उसे सुलाते क्यो||
महाराणा रानी लक्ष्मी को
आजादी को भुलाते क्यो|
बीर भगत की कुर्बानी को
माँ की शान मिटाते क्यो||
कृष्णा कहता जगो यारो
अपनी नाक कटाते क्यो|
क्यो जकड़े तुम लचारी मे
माँ का दूध लजाते क्यो||