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1 Nov 2018 · 1 min read

माँ

गर्म तवे से हाथ जला जब
तुमने अपना फर्ज निभाई
स्तन से बूंदे टपकाकर
मेरे जख्मों पर लेप लगाई
कैसे भूलूं तेरा उपकार
कैसे दूध का कर्ज चुकाऊँ
तेरे चरणों की धूल को “माँ”
माथे पर मैं तिलक लगाऊँ
***********************
राजेश बन्छोर
हथखोज (भिलाई), छत्तीसगढ़, 490024

4 Likes · 22 Comments · 806 Views
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