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8 Mar 2024 · 1 min read

महिला दिवस

भारत माता कह बुलाते
अपने राष्ट्र का परिचय देते
दुर्भाग्य मगर भटकी पीड़ी का
महिला दिवस मानाने पड़ते
नारी शक्ति द्योतक है मानी
पवित्र गूंजती वेदों की वाणी
कैसे भूल संस्कार गए हम
और स्वयं से दूर हुए हम
माँ मातृभूमि की गाथा
वीर शिवाजी जिजावाई माता
दुर्गावती लक्ष्मीबाई से माथा
कल्पना संग सुनीता गगन पर
शक्ति प्रदर्शन राष्ट्रभक्ति पर
फिर क्यों गर्भ में मारी जाती
क्यों हवस का शिकार है बनती
जिसके स्तन पान से जीवित
नारी उसी से रौंदी जाती
आह ! नारी तू सौंदर्य प्रकृति
तू ही सृष्टि साज़ सजाती
तुझे प्रणाम करे संस्कृति
सबकुछ सह गले लगती

Language: Hindi
4 Likes · 124 Views
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