Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2023 · 1 min read

सुविचार

स्वरचित सुविचार – नीरज अग्रवाल* *****************
विचार व्यक्त हम करते हैं।
सच कहूं तो मुश्किल है।
झूठ फरेब और स्वार्थ हैं।
अपने ही अपनों में अलग हैं।
रिश्ते नाते सच आज कहां हैं।
बस यही तो जीवन में सच हैं।

Tag: Article
1 Like · 100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दाता देना बस हमें , निर्मल मन अभिराम (कुंडलिया)
दाता देना बस हमें , निर्मल मन अभिराम (कुंडलिया)
Ravi Prakash
कभी तो ख्वाब में आ जाओ सूकून बन के....
कभी तो ख्वाब में आ जाओ सूकून बन के....
shabina. Naaz
#लघुकथा / #सम्मान
#लघुकथा / #सम्मान
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी कि सच्चाई
जिंदगी कि सच्चाई
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
* तपन *
* तपन *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कौन है वो .....
कौन है वो .....
sushil sarna
अब प्यार का मौसम न रहा
अब प्यार का मौसम न रहा
Shekhar Chandra Mitra
न काज़ल की थी.......
न काज़ल की थी.......
Keshav kishor Kumar
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
Anil Mishra Prahari
अंदर का मधुमास
अंदर का मधुमास
Satish Srijan
चल‌ मनवा चलें....!!!
चल‌ मनवा चलें....!!!
Kanchan Khanna
शब्दों मैं अपने रह जाऊंगा।
शब्दों मैं अपने रह जाऊंगा।
गुप्तरत्न
******** प्रेम भरे मुक्तक *********
******** प्रेम भरे मुक्तक *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जीवन जीते रहने के लिए है,
जीवन जीते रहने के लिए है,
Prof Neelam Sangwan
मिट्टी का बदन हो गया है
मिट्टी का बदन हो गया है
Surinder blackpen
“पहाड़ी झरना”
“पहाड़ी झरना”
Awadhesh Kumar Singh
चिंतन और अनुप्रिया
चिंतन और अनुप्रिया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
लोग ऐसे दिखावा करते हैं
लोग ऐसे दिखावा करते हैं
ruby kumari
💐प्रेम कौतुक-317💐
💐प्रेम कौतुक-317💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
स्वप्न मन के सभी नित्य खंडित हुए ।
स्वप्न मन के सभी नित्य खंडित हुए ।
Arvind trivedi
*जय माँ झंडेया वाली*
*जय माँ झंडेया वाली*
Poonam Matia
मैं खुद से कर सकूं इंसाफ
मैं खुद से कर सकूं इंसाफ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
खुले आँगन की खुशबू
खुले आँगन की खुशबू
Manisha Manjari
परख: जिस चेहरे पर मुस्कान है, सच्चा वही इंसान है!
परख: जिस चेहरे पर मुस्कान है, सच्चा वही इंसान है!
Rohit Gupta
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
ला-फ़ानी
ला-फ़ानी
Shyam Sundar Subramanian
डर के आगे जीत है
डर के आगे जीत है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...