महसूस
मैं अपने संग में होता हुआ, दगा महसूस करता हूं
कभी कभी अपने आप को ठगा महसूस करता हूं
वोही छल करते हैं जिन्हें मैं सगा महसूस करता हूं
कभी कभी अपने आप को ठगा महसूस करता हूं
धोखे का खंजर दिल पर मैं लगा महसूस करता हूं
कभी कभी अपने आप को ठगा महसूस करता हूं
आजाद मंडौरी कई रात का जगा महसूस करता हूं
कभी कभी अपने आप को ठगा महसूस करता हूं
कवि आजाद मंडौरी