Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2023 · 1 min read

भूख से लोग

रिज़्क तू सबको दे मेरे मौला ।
भूख से लोग मर भी जाते हैं ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 110 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
3016.*पूर्णिका*
3016.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
मनुष्य जीवन है अवसर,
मनुष्य जीवन है अवसर,
Ashwini Jha
पराया हुआ मायका
पराया हुआ मायका
विक्रम कुमार
आपदा से सहमा आदमी
आपदा से सहमा आदमी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
खूबसूरत है....
खूबसूरत है....
The_dk_poetry
वापस
वापस
Harish Srivastava
पत्र गया जीमेल से,
पत्र गया जीमेल से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दिल को एक बहाना होगा - Desert Fellow Rakesh Yadav
दिल को एक बहाना होगा - Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
आत्म बोध
आत्म बोध
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
संवेदनहीन
संवेदनहीन
अखिलेश 'अखिल'
जनरेशन गैप / पीढ़ी अंतराल
जनरेशन गैप / पीढ़ी अंतराल
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
मत कर
मत कर
Surinder blackpen
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
ruby kumari
भगतसिंह के ख़्वाब
भगतसिंह के ख़्वाब
Shekhar Chandra Mitra
तमाम लोग
तमाम लोग "भोंपू" की तरह होते हैं साहब। हर वक़्त बजने का बहाना
*Author प्रणय प्रभात*
मैं तो महज संसार हूँ
मैं तो महज संसार हूँ
VINOD CHAUHAN
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
लक्ष्मी सिंह
💐प्रेम कौतुक-166💐
💐प्रेम कौतुक-166💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्रणय 9
प्रणय 9
Ankita Patel
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के 4 प्रणय गीत
कवि रमेशराज
जो बेटी गर्भ में सोई...
जो बेटी गर्भ में सोई...
आकाश महेशपुरी
रास्ता गलत था फिर भी मिलो तब चले आए
रास्ता गलत था फिर भी मिलो तब चले आए
कवि दीपक बवेजा
पत्थर
पत्थर
Shyam Sundar Subramanian
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नहीं तेरे साथ में कोई तो क्या हुआ
नहीं तेरे साथ में कोई तो क्या हुआ
gurudeenverma198
💫समय की वेदना💫
💫समय की वेदना💫
SPK Sachin Lodhi
Loading...