मर्यादा पुरुषोत्तम राम
सरल सलोना मेरे राम, त्याग की प्रकाष्ठा में ,मेरे राम, अद्भुत जीवन चरित्र, जीवन संघर्ष महान धैर्यवान में ,मेरे राम। राम से वियोग, सीता जी का वनवास। नियत में नियति हाय कैसा साथ। सीता -राम की करुण कहानी, विश्वास नहीं डोला, हृदय तोड़ नहीं पाया, ऐसी मिसाल सियाराम का मिलन। सीता परित्याग ,पर मन ,वचन ,कर्म से एक पत्नी व्रत रहे मेरे राम ।प्रेममय मेरे राम,जनमत के थे राम । ऐतिहासिक मर्यादा पुरुषोत्तम मेरे राम, महायोगी, वियोगी मेरे राम।पर जनमत भारत बंशी मेरे राम, जीते राम मरते हुए राम, उद्धार करते हुए राम।जनमत के विश्वासी, सबके लिए जीते हुए ,मेरे राम, इसीलिए सीता के बनवासी राम।- डॉ. सीमा कुमारी,मेरी स्वरचित रचना 18-8-024की है।