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30 Mar 2024 · 1 min read

असत्य सब जी रहे

माँ बाप कहते सभी
असत्य न बोलो कभी
आदत में सत्य तभी
गुणी पहचान रहे ।

बच्चे सब सीख गये
सत्य भाषा जान गये
व्यवहार भूल गये
असत्य ही बोल रहे ।

पिता ने पकड हाथ
बच्चों को लेकर साथ
सच कहूँ दीनानाथ
असत्य लोग जी रहे ।

सत्य देता परेशानी
असत्य की मेहरबानी
झूठ देता दाना पानी
सत्य को समझ रहे ।

राजेश कौरव सुमित्र

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