Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2024 · 1 min read

मर्दुम-बेज़ारी

बड़ी-बड़ी बातों का इल्म़ बांटना बहुत आसान है ,
उनका ‘अमल उतना ही मुश्किल ना आसान है ,

हक़ीक़त में इंसानी फ़ितरत आड़े आती है ,
जो बनते काम को बिगाड़े जाती है ,

हर कदम पर झूठ और फ़रेब से दो-चार होना पड़ता है ,
ज़लालत और खुदगर्ज़ी का सामना करना पड़ता है,

दौलत और रुसूख़ की वाहवाही होती है ,
अख़लाक और दानिश-मंदी हाथ मलते रह जाती है ,

रिश्ते भी कन्नी काट जाते हैं ,
दोस्त भी कुछ काम ना आते हैं ,

गर्दिश-ए- दौराँ में सब कुछ जज़्ब करना पड़ता है ,
ज़िंदा रहकर वक्त गुज़ारना पड़ता है।

2 Likes · 99 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
पाँच सितारा, डूबा तारा
पाँच सितारा, डूबा तारा
Manju Singh
किस बात का गुमान है
किस बात का गुमान है
भरत कुमार सोलंकी
...........
...........
शेखर सिंह
सच का सच
सच का सच
डॉ० रोहित कौशिक
जो व्यक्ति दुःख और सुख दोनों में अपना सहमति रखता हो वह व्यक्
जो व्यक्ति दुःख और सुख दोनों में अपना सहमति रखता हो वह व्यक्
Ravikesh Jha
पर्यावरण
पर्यावरण
Neeraj Agarwal
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
PRADYUMNA AROTHIYA
गरीबी मैं खानदानी हूँ
गरीबी मैं खानदानी हूँ
Neeraj Mishra " नीर "
खुशियों की आँसू वाली सौगात
खुशियों की आँसू वाली सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
समय को समय देकर तो देखो, एक दिन सवालों के जवाब ये लाएगा,
समय को समय देकर तो देखो, एक दिन सवालों के जवाब ये लाएगा,
Manisha Manjari
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
आज के युग में
आज के युग में "प्रेम" और "प्यार" के बीच सूक्ष्म लेकिन गहरा अ
पूर्वार्थ
" वाई फाई में बसी सबकी जान "
Dr Meenu Poonia
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
पग न अब पीछे मुड़ेंगे...
पग न अब पीछे मुड़ेंगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
शिव प्रताप लोधी
3722.💐 *पूर्णिका* 💐
3722.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कर्मठता के पर्याय : श्री शिव हरि गर्ग
कर्मठता के पर्याय : श्री शिव हरि गर्ग
Ravi Prakash
सुना है फिर से मोहब्बत कर रहा है वो,
सुना है फिर से मोहब्बत कर रहा है वो,
manjula chauhan
तेरी यादों के आईने को
तेरी यादों के आईने को
Atul "Krishn"
मेरी ख़ूबी बस इत्ती सी है कि मैं
मेरी ख़ूबी बस इत्ती सी है कि मैं "ड्रिंकर" न होते हुए भी "थिं
*प्रणय*
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
यही तो जिंदगी है
यही तो जिंदगी है
gurudeenverma198
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
Neelam Sharma
दुनियां में सब नौकर हैं,
दुनियां में सब नौकर हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
*जो जीता वही सिकंदर है*
*जो जीता वही सिकंदर है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विजय द्वार (कविता)
विजय द्वार (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
गज़ल
गज़ल
Mamta Gupta
Loading...