मर्ज कोरोना
स्वरचित अप्रकाशित रचना।
नवगीत
मर्ज कोरोना
नफे सिंह कादयान
सेनेटाइज हो ले, मास्क लगाले।
है मर्ज कोरोना, सांस बचाले।।
गलबहियां डाले, चले जो सफर में,
जोखिम बड़ेंगे, पड़ेंगे कब्र में,
दो गज की दूरी, अभी अपनाले,
है मर्ज कोरोना, सांस बचाले।।
कारज करो सब, किसने है रोका,
पर जिंदगानी, देवे ना दोखा,
भीड़ से तन को, दूर हटाले,
है मर्ज कोरोना, सांस बचाले।।
गर्दिश रहे ना, नया दौर आ,,
अंधेरा घना ये, सुबह भोर ला,,
दूरी बना के, कदम दो बड़ाले,
है मर्ज कोरोना, सांस बचाले।।
सेनेटाइज हो ले, मास्क लगाले।
है मर्ज कोरोना, सांस बचाले।।
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नाम- नफे सिंह कादयान, पता:- गांव- गगन पुर, जिला-अम्बाला, डाकघर- बराड़ा-133201 (हरि.) mob.9991809577
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